A. N. College, Patna

A Constituent Unit to Patliputra University, Patna, Bihar (India)
CPE Status by UGC
Accredited Grade "A+"(4th Cycle) by NAAC with CGPA 3.36/4
Chancellor's Award for the Best College of Bihar
Chancellor's Award for the Best Principal of Bihar

अनुग्रह नारायण महाविद्यालय, पटना

800013, बिहार, भारत
पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, पटना, बिहार (भारत) की एक घटक इकाई
यूजीसी द्वारा सीपीई स्थिति
सीजीपीए 3.36/4 के साथ नैक द्वारा मान्यता प्राप्त ग्रेड "ए+" (चौथा चक्र)
बिहार के सर्वश्रेष्ठ कॉलेज का चांसलर पुरस्कार
Admission Enquiry Contact & WhatsApp Number: 9608564889

DEPARTMENT OF HINDI

हिंदी विभाग के बारे में

अनुग्रह नारायण महाविद्यालय की स्थापना वर्ष (सन् 1956) से ही हिंदी विभाग अस्तित्व में है । यह विभाग अपने अकादमिक - शैक्षणिक उपलब्धियों व शोध कार्य की गुणवत्ता को बचाये रखकर महाविद्यालय के उत्कृष्ट विभागों में से एक रहा है । इस विभाग में हिंदी भाषा और साहित्य के ख्यातिलब्ध विद्वानों ने सेवा दी है, जिस कारण विभाग की अंतर्राष्ट्रीय -राष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट पहचान बन पाई है । वर्तमान में इस विभाग में पी.एच.डी., स्नातकोत्तर एवं स्नातक (प्रतिष्ठा) की विधिवत और वैज्ञानिक तरीके से शिक्षण दी जाती है ।  आज भी यह विभाग अपनी रचनात्मक गतिविधियों के  कारण पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के सर्वोत्कृष्ठ स्नातकोत्तर  हिन्दी विभागों में से एक है। यह विभाग नई शिक्षा नीति के अन।रूप पाठ्यक्रम का संशोधन कर रोजगारपरक शिक्षा देने के लिये प्रतिबद्ध है ।

INFRASTRUCTURAL SUPPORT

  • स्नातकोत्तर व स्नातक के विद्यार्थियों को रोजगारपरक पाठ्यक्रम के माध्यम से हिंदी भाषा और साहित्य में दक्ष करना।
  • अधुनातन पाठयक्रम एवं गंभीर अकादमिक गतिविधियों के द्वारा साहित्य, साहित्य दर्शन, समाज एवं संस्कृति के अन्तर्सम्बन्धों की पड़ताल करना
  • अंतर अनुशासनिक और अंतर भाषिक शोध के द्वारा भारतीय भाषाओं के साहित्य एवं हिंदी साहित्य में नये उपागमों की पड़ताल करना, जिससे भारत की सांस्कृतिक भाषाई बहुलता की विवेचना संभव हो सके ।
  • तुलनात्मक साहित्य में अनुसंधान को बढ़ावा देना।
  • भाषा व साहित्य के अध्ययन में नयी तकनीकों के प्रयोग के माध्यम से भाषिक व साहित्यिक विमर्श को समाज के साथ सम्बद्ध करना ।
उपलब्धियाँ
  • विभाग के प्राध्यापकों एवं शोधार्थियों के अनेक शोधपत्र राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पत्र - पत्रिकाओं में प्रकाशित
  • विभाग के शिक्षकों का देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में शोध- पत्र वाचन एवं अतिथि वक्ता के रूप में सक्रिय भागीदारी 
  • विभाग के शिक्षकों का देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में शोध- पत्र वाचन एवं अतिथि वक्ता के रूप में सक्रिय भागीदारी 
  • विभाग के अध्यक्ष प्रो. कलानाथ मिश्र ने महाविद्यालय गीत के रचयिता है
  • प्रो. कलानाथ मिश्र (अध्यक्ष, हिन्दी विभाग) देश की प्रतिष्ठित पत्रिका साहित्य-यात्रा
    (ISSN No. 2349-1906) के विगत 10 वर्षो से संपादक हैं
  • विभाग के अनेक विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET/JRF) उत्तीर्ण की हैं 
  • विभिन्न विभागों / संस्थानों / महाविद्यालयों / विश्वविद्यालयों में विभाग के अनेक विद्यार्थी सेवारत हैं
  • विभाग के पुरातन विद्यार्थियों का विभाग के उन्नयन में सक्रिय सहयोग
  • विभाग के प्राध्यापकों एवं शोधार्थियों की अनेक पुस्तकें प्रकाशित
नेट/ जे. आर. एफ. उत्तीर्ण विद्यार्थियों की सूची
  1. अमित कुमार मिश्र (उत्तीर्ण) 2018
  2. सीमा कुमारी उत्तीर्ण 2018
  3. शंकर महतो 2018
  4. चुन्नन कुमारी 2018
  5. पिनकी कुमारी 2022
  6. पूजा ज्योति 2023
विभिन्न पदों पर कार्यरत हिन्दी के छात्र
  • सीमा कुमारी - सहायक प्राध्यापिका, रामसेवक सिंह महिला महाविद्यालय, सीतामढ़ी , 2023
  • अमित कुमार मिश्र - अतिथि सहायक प्राध्यापक, हिन्दी विभाग , बी एन मण्डल वि वि , 2019
  • चुन्नन कुमारी - सहायक प्राध्यापिका, वीरकुंवर सिंह वि वि, 2023
  • गुलशन कुमार - राजभाषा अधिकारी, पंजाब नेशनल बैंक , शीलचर असं -2022
अध्यापन शैली के विविध माध्यम
  • नवाचार शिक्षण के माध्यम से छात्रों को तकनीकी रूप से पठन-पाठन के लिए प्रेरित करना
  • समसामयिक साहित्यिक परिचर्चा के साथ छात्रों को संबद्ध करना
  • वाद-विवाद, एकल पाठ
  • सेमिनार
  • संभाषण कला
  • अभ्यास वर्ग
अध्यापन पद्धति: एक दृष्टि में
  • विभाग का अध्यापन-स्रोत - हिन्दी विभाग के पास एक समृद्ध विभागीय पुस्तकालय है। यहाँ विद्यार्थियों के लिए पत्र-पत्रिकाओं की सुविधा उपलब्ध है।
  • अघ्यापन में आधुनिक तकनीक का प्रयोग - अध्यापन पद्धति में नवाचार के प्रयोग से विद्यार्थियों के बीच साहित्य अध्ययन में तकनीकी प्रयोग का इस्तेमाल किया जा रहा है । यहाँ विद्यार्थियों को ऑडियो-वीडियो और प्रोजेक्टर के माध्यम से शिक्षण दिया जाता है, साथ ही ऑनलाईन कक्षा संचालन की भी सुविधा उपलब्ध है।
  • अन्य कौशल विकास - निबंध लेखन प्रतियोगिता, सेमिनार के माध्यम से उनमें लेखकीय क्षमता एवं वाक् कौशल का विकास किया जाता है।
सामुदायिक जीवन में भागीदारी
  • विभाग के विद्यार्थियों द्वारा अंतर-महाविद्यालयी एवं अंतरविश्वविद्यालयी सांस्कृतिक गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी रही है।
  • विभाग के विद्यार्थियों द्वारा अंतर-महाविद्यालयी एवं अंतर-विश्वविद्यालयी  क्रीड़ा प्रतियोगिता में सक्रिय भागीदारी।
  • राष्ट्रीय शिक्षा नीति - 2020 के अनुरूप विभाग ने स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम आरंभ किया गया है।
  • महाविद्यालय द्वारा प्रकाशित वार्षिक पत्रिका ‘अनुग्रह ज्योति’ के प्रकाशन में विभाग की सक्रिय भागीदारी रही है।
  • महाविद्यालय के साहित्यिक - सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सफल क्रियान्वयन व संचालन में सक्रिय भागीदारी रही है।
भविष्य की योजनाएँ
  • 🗸  विभाग के द्वारा छात्रहित में रचनात्मक लेखन व पत्रकारिता में डिप्लोमा कोर्स का संचालन
  • 🗸  विभागीय पत्रिका की शुरुआत करने की योजना प्रस्तावित है।
  • 🗸  विभागीय स्तर पर छात्रों के लिए ‘प्लेसमेंट सेल’ (PLACEMENTCELL) का गठन।
  • 🗸 रोजगारपरक शिक्षण - प्रशिक्षण हेतु विद्यार्थियों के कार्यशाला का आयोजन।
  • 🗸  भाषा-प्रयोगशाला निर्माण की योजना।
  • 🗸  पुस्तकालय को सुदृढ़ करना।
  • 🗸  विभागीय स्तर पर शिक्षकों को प्रोजेक्ट प्लान बनाने के लिए प्रोत्साहित करना।
हिन्दी विभाग(POS & COs)
  • भाषा साहित्य एवं कला में रुचि उत्पन्न करना
  • भाषा एवं साहित्य के माध्यम से जीवन के विविध आयाम से परिचय
  • भारत की सांस्कृतिक बहुलता का अध्ययन
  • ज्ञान के विविध अनुशासनों से भाषा और साहित्य का अंतरसंबंध
  • ज्ञान के नवीन क्षितिजों का अन्वेषण
आगामी पाँच वर्षेां के लिए विभाग की योजना
  • विभाग अपने छात्रों को अभिव्यक्ति कौशल कम्युनिकेटिव स्किल पर बल देगी।
  • मसौदा(Drafting) एवं अनुवाद के क्षेत्रों में दक्ष बनाने के लिए दृष्टि श्रव्य माध्यमों (Audio-visual) का सहारा लेगी।
  • आधुनिक तकनीक के माध्यम से पांडुलिपि लेखन का अभ्यास
  • इस प्रकार एक ओर जहाँ विभाग के छात्र अध्ययन में अधिक रुचि लेंगे वहीं पत्र-पत्रिकाओं एवं पुस्तकों के प्रकाशन में सुविध होगी।
  • इस कार्य के लिए विभाग एक अपना भाषा प्रयोगशाला केन्द्र स्थापित करेगी।